Friday, 26 December 2014

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बृहस्पत-सूरज-चन्द्र उत्तम फल-इक़बालमंद होगा-ताजिर-अहलकलम जिससे दूसरों को भी फ़ायदे पहुंचें और बजरिया ठोस हाज़िर माल बाकी साथियों को भी तारता जाये बृहस्पत-सूरज-शुक्र शुक्र की मुतल्लिका अश्या कारोबार या रिश्तेदार मुतल्लिका शुक्र का फल नेक होगा और शादी के दिन से क़िस्मत जागेगी, औरत भी रंग सुभाव व क़िस्मत के ताल्लुक में हर तरह उत्तम साफ़ नेक और उम्दा होगी | बृहस्पत-सूरज-मंगल बृहस्पत (शेर बब्बर), सूरज (नर शेर), मंगल (चीते से मिलता जुलता शेर बहादुर) तीनों ही नर ग्रहों के शेरों का टोला एक ही जगह पर इकठ्ठा आमतौर पर दो शेर तो इकठ्ठे एक जगह नहीं रह सकते, मगर अब एक ऐसा टेवा होगा, जिसमें तीनों ही यह ग्रह इकठ्ठे बैठे हों तो वह शख्श ऐसा होगा जिसके साये के नीचे तीन शेर इकठ्ठे बैठकर गुज़ारा कर सकें, अगर कोई के शेर की सवारी करने की ताकत का मालिक हो तो वह तीनो शेरों का सवार हो या एक ही वक्त तीन शेरों को इकठ्ठा करके या इकठ्ठा जोत कर सवारी करता हो बड़ी उत्तम और नेक क़िस्मत का मालिक होगा | ख़ुद उसे (सूरज) उसके बाप दादा (बृहस्पत) या बड़े भाई, ताया, मामू (मंगल) में हिम्मत होगी कि वह तीन तीन शेरों या शेर बहादुर मर्दां को एक ही हाथ से मार सके या नीचा दिखा सके और दुनियावी ताल्लुक में उनको कम अज कम खून की सज़ा (फांसी) देने का अख्तियार होगा उसका तांबा भी सोना बन जावे, तीनों ही ग्रहों का हर तरफ़ और हर तरह का उत्तम और उम्दा फल होगा और तीनों ही ग्रहों (बृहस्पत-सूरज-मंगल) के लिए हर एक अकेले अकेले का बैठे हुए घर के मुताबिक दिया हुआ फल मुबारक होगा |


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