5. जैसे की टेवे के अनुसार उस वक्त हो, किस्मत उदय के लिए बुध 23 मंगल 30 साला उम्र में हर ग्रह अपनी-अपनी अवधि पर असर देंगे |
क साल की अवधि को तीन पर विभक्त करके हर टुकड़ा चार मास का होगा | जिसमें दरम्यानी राह का असर मिल रहा होगा | उदाहरणतया बृहस्पत वर्षफल के अनुसार अगर खाना न: 5 में आया हो तो उस साल के पहले चार महीनों में खाना न: 5 पर केतु का असर होगा जैसा की यह (केतु) उस वक्त के वर्षफल हो | दूसरे चार माह में खुद बृहस्पति का अपना असर जैसा की वह वर्ष हो और आखिरी चार माह में सूरज का असर जैसा की (सूरज) वर्षफल के अनुसार हो मिलता होगा | इसी तरह ही हर एक ग्रह में उसके सामने दिए हुए दरम्यानी ग्रहों का असर मिला होगा | ग्रह की उम्र का असर
सब कोई ग्रह हर तरह से कायम यानि वजूद में खुद अपनी ही सम्पूर्ण शक्ति का चाहे उंच हाल चाहे नीच हालत चाहे घर का मालिक हो और किसी दूसरे का उस पर या उसमें कोई असर न मिल रहा हो तो वः अपनी कुल उम्र तक असर देता रहेगा या उसकी उम्र होगी बृहस्पत 16, सूरज 22, चन्द्र 24 साल वगैरा
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