और जिस वक्त टेवे में असल मंगल के इलावा मसनूई (बनावटी) मंगल नेक (सूरज-बुध) या मसनूई मंगल बाद (सूरज-शनि) दोनों ही मौजूद हों तो नंबर 1 देखेगा नंबर 11 को |
A) जब नंबर 11 खाली हो तो नंबर 1 का ग्रह अपना असर करने के ताल्लुक में मेंढे या बुध की चल पर जैसा कि वह उस वक्त टेवे में हो चलेगा | इसी तरह यही जब खाना नंबर 8 खाली हो तो नंबर 10 वाले ग्रह की आँखों को रोकने के लिए कोई रूकावट न होगी और वह खुद ही अपनी आँखों से देख भाल करता होगा |
B) जब खाना नंबर 1 में ज्यादा ग्रह हों तो खाना नंबर 1 का मुंसिफ शुक्र होगा जैसा कि इस वक्त वह टेवे (खाना नंबर 1-ही) में हो |
- लाल किताब 1952
- ....
- विषय सूची
- ....
- <<< Pre
- लाल किताब 1952 पेज नंबर 58
- Next>>>
0 comments: