जन्म वक्त
असर ग्रह सब (1) पर ही होगा, परिंद-पशु-इन्सान
इक घर के दोनो भाई, इक शहर दो निवासी, के वतन दोनों साथी, हम उम्र ।
1 जन्म वक्त को बुनियाद् मानकर जिस तरह यह मजमून इंसान के में ताल्लुक के काम देता है हूबहे उसी तरह ही इस इल्म का असर परिन्दे पषु, मकान या दूसरे दुनियावी बहुत अहम जरुरी घटनाओं और कामों के संबंध ताल्लुक में पाया गया है यानि अगर वक्त की पैदाइष के मुताबिक किसी इंसान की जन्म कुंडली उसके हालत से खबर देगी तो उस वक्त पर पैदा हुआ शुदा हैवान या बनाया हुआ मकान ग्रह चाली असर से खाली न होगा ।
2. एक बाप की एक ही औरत से दो जोड़े बच्चे या उसकी भिन्न-भिन्न औरतों से एक वक्त में दो इकठ्ठे पैदा हुए बच्चे -
- लाल किताब 1952
- ....
- विषय सूची
- ....
- <<< Pre
- लाल किताब 1952पेज नंबर 18
- Next>>>
0 comments: