Friday, 28 November 2014

lal kitab page no 7



7. मज़मून की गलती बताने वाला इस इल्म को बढ़ाने के लिए सबसे मददगार दोस्त होगा क्योंकि असल दोस्त वो है जो नुक्स बतलाएं |

8. बात की असलियत को पाने के लिए किसी दूसरे इल्म या आलिम की बदखोई से परहेज़ करें |

9. इसमें शक नहीं कि लड़कपन की तबियत वाले निंदक (बदखोई करने वाला) और कुएं के मेंढक (अपने दायरे में महदूद) जैसे दिमागी मालिक और मखौल उड़ाने वाले भोले बादशाह (बेवकूफ) से फराहत आ ही जाया करती है मगर दुनियावी राशियों को क्षमतानुसार (हस्बे हैसियत) इस इल्म के फायदा पहुँचाना इन्सानी शराफत होगी | क्योंकि

कर भला होगा भला आखिर भले का भला


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